2 Most Watched Bollywood Movies in the History of Indian Cinema
भारतीय सिनेमा ने समय के साथ विभिन्न मुद्दों और सामाजिक परिवर्तनों को उजागर करने के लिए और समाज पर पॉजिटिव प्रभाव डालने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। “शोले,” “हम आपके हैं कौन,” “तारे ज़मीन पर,” “ थ्री इडियट,” और “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” जैसी फिल्में इस मामले में अद्वितीय हैं।
“शोले” ने ग्रामीण पृष्भूमि पर चित्रण करते हुए समाज को एकजुट होकर अन्याय का सामना करने की बात की है, जबकि “हम आपके हैं कौन” ने सुख और दुःख में परिवार की महत्वता और परिवार की भूमिका क्या होती है बखूबी सन्देश दिया और स्त्री-पुरुष समानता की महत्वपूर्णता को उजागर किया है। “तारे ज़मीन पर” ने शिक्षा के महत्व को लेकर समाज में बदलाव की बात की है जबकि “थ्री इडियट्स” ने विद्यार्थी जीवन की दुनिया में प्रेरणा और मनोबल को बढ़ाने का संदेश दिया और इसने समाज में सकारात्मक बदलाव की राह को प्रस्तत किया है।
“दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” ने सामाजिक प्रतिष्ठा की इम्पोर्टेंस को उजागर किया है और प्रेम की कहानी के माध्यम से भारतीय समाज में परंपराओं को मिलाने और समृद्धि को प्रोत्साहित करने का संदेश दिया है।
इन फिल्मों ने समाज में सकारात्मक परिवर्तनों की मिसालें प्रस्तुत की हैं और दर्शकों को एक नए तरीके से सोचने के लिए प्रेरित किया है।
इन फिल्मों ने भारतीय सिनेमा के इतिहास में अपनी जगह बनाई है और उनकी कहानियों, विशिष्टता और शैली ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। ये फिल्में न केवल व्यापक रूप से लोकप्रिय हुईं, बल्कि भारतीय सिनेमा को एक नए मुकाम पर ले गईं।
1. शोले (1975)
भारतीय सिनेमा के इतिहास में “शोले” एक ऐसी फिल्म है जिसने भारतीय सिनेमा में नया मापदंड स्थापित किया है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं है बल्कि एक कल्चरल आइकॉन बन गई है जो सदियों तक भारतीय दर्शकों के दिलों में राज करती रहेगी।
नाम: शोले
निर्देशक: राम गोपाल वर्मा
स्टारकास्ट: धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, जया बच्चन, संजीव कुमार, अमजद ख़ान
कहानी और किरदार:
“शोले” की कहानी गाँव वाले लोगों और गब्बर सिंह डाकू खलनायक के बीच संघर्ष की कहानी है। वीरु और जय की जोड़ी, बसंती (हेमा मालिनी) की मुसीबतें, और गब्बर का कहर – ये सभी मिलकर दर्शको को फिल्म में बांधे रखते हैं। इस फिल्म का हर एक किरदार अपने अभिनय क्षमता और कहानी के दम पर फिल्म को एक अलग मुकाम पर ले जाते है।
निर्देशन और चित्रण:
राम गोपाल वर्मा का निर्देशन इस फिल्म को अद्भुत बनाता है। उन्होंने सामंजस्यपूर्ण तरीके से दर्शकों को गाँव के गलियों से लेकर गब्बर के खौफनाक अभिनय का चित्रण बहुत ही बखूबी किया है।
संगीत:
रवि का संगीत भी इस फिल्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। “ये दोस्ती” और “होली के दिन” जैसे गाने आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।
2. हम आपके हैं कौन (1994)
“हम आपके हैं कौन” भारतीय इतिहास की पहली ऐसी पारिवारिक फिल्म है जो न केवल भारतीय परिवारों को एकजुट होना सिखाती है , बल्कि इस फिल्म ने परिवार के सदस्यों के बीच का प्रेम और समर्पण की भावनाओं को बहुत ही उत्कृष्ठ अंदाज में चित्रण किया है। “हम आपके हैं कौन” एक संयुक्त परिवार की खुशियों और दुखों को छूने वाली एक महान फिल्म है। इसने अपनी अद्वितीयता, मस्ती, और समर्पण से दर्शकों को एक सुखद अनुभव प्रदान किया है जो सदैव याद रहेगा।
निर्देशक: सूरज बर्जात्या
स्टारकास्ट: सलमान ख़ान, माधुरी दीक्षित, अनुपम खेर
कहानी और किरदार:
फिल्म की कहानी एक प्रेम कथा के रूप में है जो एक मजबूत और समृद्ध परिवार को चित्रित करती है। प्रेम, नैना, पूजा भाभी और टफी – इन प्रमुख किरदारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया है।
निर्देशन और चित्रण:
सूरज बर्जात्या ने इस फिल्म को एक परिवारिक दृष्टिकोण से निर्देशित किया है और उन्होंने प्रत्येक दृश्य को सुंदरता से भरा है की फिल्म का हर सीन आपको बाँधे रखता है। फिल्म का चित्रण भी उत्कृष्ट है हम आपके है कोन फिल्म में 14 गाने है जो फिल्म से साथ इस प्रकार पिरोये गए है की 3 घंटे की मूवी का पता ही नहीं चलता।
संगीत:
राम-लक्ष्मण संगीतकार की जोड़ी ने फिल्म को उनके अद्वितीय धुनों के लिए यादगार बना दिया है। देव कोहली और राजेंद्र रावल ने मूवी की कहानी के अनुसार ऐसे लिरिक्स लिखे है की आज भी भारतीय घरों में विवाह का फंक्शन इन गीतों के बिना अधूरा है। निसंदेह ये गाने आज भी लोगों के दिलों राज कर रहे हैं।
- “दीदी तेरा देवर दीवाना“
- “माये नी माये मुंडेर पे तेरी“
- “मौसम का जादू है मितवा“
- “चॉकलेट लाइम जूस“
- “पहला पहला प्यार है“
- “जूते दो, पैसे लो“
- “धिकताना धिकताना (भाग 1)“
- “धिकताना (भाग 2)“
- “बाबुल“
- “मुझसे जुदा होकर“
- “समधी समधन“
- “लो चली मैं अपने देवर की बारात लेके “
- “हम आपके हैं कौन“
- “वाह वाह रामजी बधाई हो बधाई “